आज के युवा में कामयाबी को लेकर बड़ी जल्दी होती है. वो जल्दी-जल्दी में सब कुछ पा लेना चाहते है. लेकिन को युवा धर्य रख कर अपने काम में लगा रहेगा निश्चित है की सफलता उन्ही को मिलेगी. कामयाबी पाने का सबसे आसान रास्ता है की कही नौकरी कर लिया जाये. लेकिन अभी के दौर में नौकरी भी आसानी से नहीं मिलती है.

शिवम् भी पढाई समाप्त करने के बाद कई महीने तक नौकरी तलासते है. लेकिन नौकरी कही भी नहीं मिली. फिर उन्होंने निर्णय लिया की अब वो खुद की कोई बिज़नस करेंगे. वो यूट्यूब पर नए आईडिया को तलासने लगे. उन्हें कॉपी यानि नोट बुक बनाने का काम ठीक लगा. उन्होंने इसके बारे में पूरी जानकारी लिया.

शुरुआत में उनके पास पूरी पूंजी नहीं थी. लेकिन सरकार से मदद के बाद उनको 10 लाख का लोन मिल गया. लोन मिलते ही शिवम् ने काम शुरू कर दिया . धीरे-धीरे शिवम् ने नोट बुक बनाना शुरू किया. शुरू में उनको खुद ही अपने नोट बुक को मार्किट में बेचना पड़ता है.

जैसे-जैसे दिन-ब-दिन थोड़ी-थोड़ी अनुभव आने अलग तो उनका प्रोडक्ट आसपास के जिले में भी बिकने अलग. शिवम् बांका जिला के रहने वाले है. यहां काम करने वाले लोगों को महीने के 7 हजार रुपए दिए जाते हैं। नोटबुक का धंधा तेजी से बढ़ रहा है। सालाना कमाई 7 लाख से अधिक हो रही है।

10 और 20 रुपए वाली कॉपियों की अधिक बिक्री होती है। उनकी कॉपियों की कीमत 5 से लेकर 50 रुपए तक है। वह कई प्रखंडों में अपनी कॉपियां बेचते हैं। शिवम ने बताया कि वह अपनी कॉपियों की सप्लाई मुंगेर और भागलपुर में भी करते हैं। उनकी मेहनत और उत्साह से वह नौकरी के बजाय खुद का व्यवसाय कर रहे हैं।