मोनिका रानी उदाहरण हैं कि शादीशुदा महिलाएं IAS बन सकती हैं। वे यूपी के बहराइच जिले में डीएम के पद पर हैं। मोनिका ने अपने पिछले कुक को अनोखे अंदाज़ में विदाई दी। उन्होंने शादी के बाद UPSC परीक्षा दी और शानदार रैंक हासिल किया। उन्हें यूपीएससी में जाने के लिए कई संघर्ष का सामना करना पड़ा। मोनिका की शादी 2005 में हुई थी।

उन्होंने घर की जिम्मेदारियों के बावजूद अपनी पढ़ाई को जारी रखा। उनके बेटे के 8 महीने के होने पर भी उन्होंने UPSC परीक्षा दी। मोनिका के पति कोलकाता में पोस्टेड थे। वे अकेले UPSC की तैयारी की। उन्हें तीन प्रयास में सफलता मिली। मोनिका को UPSC 2010 में 70वीं रैंक मिली थी।

जब वे UPSC की परीक्षा क्रैक की, तब उनकी आयु 29 वर्ष थी। मोनिका रानी युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। वह 2010 बैच की IAS ऑफिसर हैं। उन्हें चौथे प्रयास में सफलता मिली। मोनिका ने अपने बचपन से ही IAS बनने का सपना देखा था। उनके भाई उनके आदर्श थे।

वे दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में टीचर रह चुकी हैं। उन्होंने टीचर की जॉब के साथ यूपीएससी की तैयारी की। मोनिका की शादी के बाद भी उन्होंने पढ़ाई का साथ नहीं छोड़ा। उन्हें यूपीएससी में जाने के लिए कई परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। मोनिका रानी की कहानी शादीशुदा महिलाओं के लिए प्रेरणादायक है।

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