सौम्य मित्तल ने पहले ही प्रयास में नेट जेआरएफ परीक्षा में सफलता हासिल की। उन्होंने मैथ सब्जेक्ट से ऑल इंडिया में 86वीं रैंक हासिल की। उन्हें 5 साल के लिए रिसर्च करने का मौका मिलेगा। उन्हें प्रतिमाह ₹40000 की स्कॉलरशिप भी मिलेगी। सौम्य ने सिर्फ 1 साल की तैयारी में इस परीक्षा को पास किया। उन्होंने बताया कि जेआरएफ में हाई रैंक वालों को स्कॉलरशिप मिलती है।

उन्होंने जयपुर में 1 साल कोचिंग की थी। सौम्य का सपना है कॉलेज लेक्चरर बनने का। उन्होंने बीएससी, एमएससी, और बीएड की शिक्षा प्राप्त की। सौम्य का रुझान मैथ की ओर था। एमएससी प्रीवियस में फेल होने के बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने दोबारा पूरी मेहनत कर एमएससी फाइनल में 85% नंबर प्राप्त किए।

सौम्य का पिता हैं अशोक कुमार मित्तल, जो हाल ही में सेवानिवृत हुए हैं। उनकी मां गृहणी हैं। सौम्य ने नेट जेआरएफ परीक्षा 2023 में दी थी। उन्होंने करौली के मंडरायल उपखंड से अपनी परीक्षा दी। सौम्य का रुझान हमेशा मैथ की ओर रहा है। उन्हें जेआरएफ में हाई रैंक होने के बाद स्कॉलरशिप मिलेगी। उन्होंने जयपुर में एक साल कोचिंग की। सौम्य का सपना है रिसर्च करने का।

उन्होंने बीएससी, एमएससी, और बीएड की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने परीक्षा को पास करने के लिए कई महीनों तक मेहनत की। सौम्य ने अपनी मेहनत और लगन से सफलता हासिल की।

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